एक महिला द्वारा महानायक अमिताभ बच्चन की दरियादिली का बेजा फायदा उठाकर
फरार होने का बेहद अनोखा मामला सामने आया है. मामला ऐसा है, जिससे पूरी
इंसानियत शर्मसार हो जाए.
अमिताभ बच्चन से मदद के तौर पर मिली 2 लाख रुपये की राशि लेकर दो
बच्चियों की मां के चंपत होने से बिग बी का इनकी मदद करना बेकार साबित हुआ.
ये दोनों बहनें रिमझिम (12) और अंजलि (11) हैं. इन्हें इनकी मां ने बेसहारा छोड़ दिया था और अब इनका एकमात्र सहारा पटना के एक निजी स्कूल के प्रिंसिपल अविनेश्वर प्रसाद सिंह हैं, जहां वे तीसरी कक्षा में पढती और रहती हैं.
इन दोनों लडकियों की मां शिखा पांडेय स्वयं को मुजफ्फरपुर की निवासी होने का दावा करती थी. उसने साल 2006 के अक्टूबर में पटना के शांति निकेतन स्कूल में दाखिला करवाया लेकिन इसके बाद वह लापता हो गयी.
शांति निकेतन स्कूल के प्राचार्य अविनेश्वर प्रसाद सिंह ने बताया कि अमिताभ इन परित्यक्त बहनों के बारे में एक टीवी समाचार चैनल माध्यम से मिली जानकारी के आधार पर इनकी मदद को आगे आए.
27 जनवरी, 2008 को पुत्रवधु ऐश्वर्या राय के नाम पर उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में एक बालिका स्कूल के शिलान्यास के अवसर पर अमिताभ बच्चन से इन बच्चियों को मिलवाने के लिए ले जाए जाने के ठीक तीन दिनों पहले उनकी मां के अचानक सामने आयी. उसने बताया कि उसके पति के जेल में होने के कारण उसे आर्थिक कठिनाइयां झेलनी पडीं, जिस वजह से बच्चों के पास नहीं आ सकी.
उन्होंने कहा कि शिखा पांडेय अपनी दोनों बेटियों के साथ बाराबंकी गयी और बच्चन ने समारोह के दौरान इन दोनों बच्चियों को अपनी गोद में उठाते हुए उनके बेहतर भविष्य के लिए उनकी मां को 2 लाख रुपये का चैक दिया दिया था.
सिंह ने कहा कि अगले दिन दोनों बच्चियां अपनी मां के साथ स्कूल लौट आयीं और उन्हें वापस ले जाने का वादा कर चैक लेकर रवाना हुई उनकी मां दोबारा नहीं लौटी. उन्होंने कहा कि जब उनकी मुलाकात बच्चन जी से होगी, तो वे निश्चित तौर पर उन्हें इन बच्चियों के साथ हुए इस धोखे के बारे में उन्हें बताएंगे.
सिंह ने बताया कि पूर्व में ये दोनों बहनें रातभर रोती रहती थीं, लेकिन समय बीतने के साथ अब उनके आंखों के आंसू सूख चुके हैं और वे अब अपनी मां के बारे में और इस घटना के बारे में बात करना पसंद नहीं करतीं. इन दोनों बहनों में बडी बहन रिमझिम को मिर्गी की बीमारी है और प्रिंसिपल के लिए उसकी देखभाल करना मुश्किल हो रहा है.
ये दोनों बहनें रिमझिम (12) और अंजलि (11) हैं. इन्हें इनकी मां ने बेसहारा छोड़ दिया था और अब इनका एकमात्र सहारा पटना के एक निजी स्कूल के प्रिंसिपल अविनेश्वर प्रसाद सिंह हैं, जहां वे तीसरी कक्षा में पढती और रहती हैं.
इन दोनों लडकियों की मां शिखा पांडेय स्वयं को मुजफ्फरपुर की निवासी होने का दावा करती थी. उसने साल 2006 के अक्टूबर में पटना के शांति निकेतन स्कूल में दाखिला करवाया लेकिन इसके बाद वह लापता हो गयी.
शांति निकेतन स्कूल के प्राचार्य अविनेश्वर प्रसाद सिंह ने बताया कि अमिताभ इन परित्यक्त बहनों के बारे में एक टीवी समाचार चैनल माध्यम से मिली जानकारी के आधार पर इनकी मदद को आगे आए.
27 जनवरी, 2008 को पुत्रवधु ऐश्वर्या राय के नाम पर उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में एक बालिका स्कूल के शिलान्यास के अवसर पर अमिताभ बच्चन से इन बच्चियों को मिलवाने के लिए ले जाए जाने के ठीक तीन दिनों पहले उनकी मां के अचानक सामने आयी. उसने बताया कि उसके पति के जेल में होने के कारण उसे आर्थिक कठिनाइयां झेलनी पडीं, जिस वजह से बच्चों के पास नहीं आ सकी.
उन्होंने कहा कि शिखा पांडेय अपनी दोनों बेटियों के साथ बाराबंकी गयी और बच्चन ने समारोह के दौरान इन दोनों बच्चियों को अपनी गोद में उठाते हुए उनके बेहतर भविष्य के लिए उनकी मां को 2 लाख रुपये का चैक दिया दिया था.
सिंह ने कहा कि अगले दिन दोनों बच्चियां अपनी मां के साथ स्कूल लौट आयीं और उन्हें वापस ले जाने का वादा कर चैक लेकर रवाना हुई उनकी मां दोबारा नहीं लौटी. उन्होंने कहा कि जब उनकी मुलाकात बच्चन जी से होगी, तो वे निश्चित तौर पर उन्हें इन बच्चियों के साथ हुए इस धोखे के बारे में उन्हें बताएंगे.
सिंह ने बताया कि पूर्व में ये दोनों बहनें रातभर रोती रहती थीं, लेकिन समय बीतने के साथ अब उनके आंखों के आंसू सूख चुके हैं और वे अब अपनी मां के बारे में और इस घटना के बारे में बात करना पसंद नहीं करतीं. इन दोनों बहनों में बडी बहन रिमझिम को मिर्गी की बीमारी है और प्रिंसिपल के लिए उसकी देखभाल करना मुश्किल हो रहा है.
http://aajtak.intoday.in/story/amitabh-bachchans-help-goes-in-vain-for-deserted-patna-sisters-1-741330.html
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