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Thursday 15 August 2013

युवती ने झांसा देकर बुलाय था ठेकेदार, सरगना सहित तीन अपहर्ता गिरफ्तार

युवती ने झांसा देकर बुलाय था ठेकेदार, सरगना सहित तीन अपहर्ता गिरफ्तार 


बिलासपुर। ठेकेदार रूपेश अग्रवाल के अपहरण के मामले में पुलिस ने सरगना सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। एक को पहले ही पकड़ा जा चुका था। पुलिस को अब तक वह युवती नहीं मिली है, जिसने ठेकेदार को झांसा देकर रतनपुर-कोटा रोड में बुलाया था और फिर बाइक की चाबी छीन ली थी। उसकी तलाश की जा रही है।
समता कालोनी निवासी ठेकेदार रूपेश अग्रवाल का 9 अगस्त को कोटा-रतनपुर रोड से दिनदहाड़े अपहरण हो गया था। इस वारदात को एक युवती समेत पांच लोगों ने मिलकर अंजाम दिया था। पुलिस ने अभी तक एक आरोपी जी. श्रीनिवास राव को गिरफ्तार किया था, जो बोलेरो चला रहा था। बाकी आरोपियों की तलाश जारी थी। साइबर सेल ने पकड़े गए आरोपी से पूछताछ की, साथ ही युवती के मोबाइल नंबर की कॉल डिटेल निकाली। आरोपी बिलासपुर में ही रहते थे। साइबर सेल ने इनमें छपरा (बिहार) के ग्राम अरना के राजकिशोर उर्फ राज (25 वर्ष), झारखंड औरंगाबाद बारून के वकील अंसारी (36वर्ष) और भवानी नगर सिरगिट्टी बिलासपुर के गोलू उर्फ लोकेश राव नायडू (24 वर्ष) को गिरफ्तार किया।
राजकिशोर इस वारदात का मास्टरमाइंड था। आरोपी युवती का नाम ममता सिंह है, जो तारबाहर इलाके में रहती है। तारबाहर व रायगढ़ थाने में उसके खिलाफ पहले ही जुर्म दर्ज है। गौरतलब है, ठेकेदार को अपहर्ता झारखंड ले जा रहे थे। इसी बीच अंबिकापुर-पत्थलगांव रोड में बोलेरो दुर्घटनाग्रस्त हो गई और अपहर्ता रूपेश व चालक को छोड़कर भाग निकले। चालक के अनुसार ठेकेदार का अपहरण पांच करोड़ की फिरौती के लिए हुआ था।

ठगी की आरोपी है युवती : अपहरण के मामले में ममता सिंह नामक जिस युवती का नाम आया है, दरअसल उसका घर राजीव गांधी चौक के पास है। वह सिम्स में नौकरी लगाने के मामले में 20 लाख रुपए की ठकी के मामले में भी आरोपी है और खुलासे के बाद से फरार चल रही है। वारदात के समय वह किसी युवक के साथ तारबाहर क्षेत्र में रह रही थी। एक दिन पहले साइबर सेल की टीम उसके घर पहुंची थी और उसके छोटे भाई को पूछताछ के लिए ले गई थी।
एक आरोपी अंबिकापुर में उतर गया था
रतनपुर-कोटा रोड से अपहर्ताओं में से वकील अंसारी कोटा से युवती को लेकर बिलासपुर आ गया था। राजकिशोर, गोलू व ड्राइवर श्रीनिवास ठेकेदार को लेकर बनारस रोड की ओर जा रहे थे। इसी बीच साइबर सेल ने ठेकेदार के मोबाइल पर कॉल किया। इस नंबर को अपहर्ताओं ने अपने मोबाइल से ट्रेस किया तो उसमें बिलासपुर क्राइम ब्रांच का नाम आया। इससे अपहर्ता घबरा गए और रास्ता बदल दिया। अपहर्ताओं ने अंबिकापुर लौटते हुए जशपुर, पत्थलगांव की ओर गाड़ी रोक दी। अंबिकापुर में गोलू उर्फ लोकेश उतर गया। गाड़ी में राजकिशोर व ड्राइवर श्रीनिवास ही रह गए। पकड़े जाने के डर से श्रीनिवास तेज रफ्तार से गाड़ी चला रहा था और गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो गई। यहां से ड्राइवर व अगवा ठेकेदार रूपेश को पुलिस अपने साथ ले गई, राजकिशोर भाग निकला। फरार सभी आरोपी शहर आ गए थे और पकड़े गए।


http://www.bhaskar.com/article/CHH-BIL-rupesh-kidnapping-case-accused-arrest-bilaspur-news-4347690-NOR.html 

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