नौकरी से निकाले जाने से नाराज एक युवती ने दिल्ली में मंगलवार रात
प्रॉपर्टी डीलर के बेटे की चाकू मारकर हत्या कर दी। युवती ने उसकी पत्नी पर
भी हमला किया।
नाकाम होने के बाद उसने खुद को चाकू मारकर खुदकुशी का प्रयास किया। उसे जख्मी हालत में दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी हालत नाजुक बनी हुई है।
पुलिस के अनुसार, सुशील गुप्ता सपरिवार अंबिका विहार में रहता है। उसके परिवार में पत्नी अनिता, बेटी स्वाति और बेटा वरुण (25) था। सुशील सुंदर विहार में प्रॉपर्टी का काम करता है।
मंगलवार रात अनिता अपने बेटे के साथ घर में मौजूद थी। इसी दौरान उसके पति के कार्यालय में कंप्यूटर ऑपरेटर का काम करने वाली आशा (25) उसके घर पर आई।
आशा अनिता से नौकरी से निकाले जाने और वेतन के रुपए नहीं दिए जाने पर नाराजगी जता रही थी। अनिता ने कार्यालय की बात कार्यालय में पति से करने की बात कही और उसे काफी समझाया।
कुछ देर बाद अनिता उसके लिए चाय बनाने के लिए रसोई में चली गई। इसी दौरान बेटे वरुण की चीख सुनकर वह पीछे मुड़ी। उसने आशा के हाथ में चाकू था और पास ही वरुण लहूलुहान अवस्था में पेट पकड़कर बैठा हुआ था।
'पूरे परिवार को खत्म कर देगी'
आशा ने कहा कि वह आज पूरे परिवार को खत्म कर देगी और अनिता पर चाकू से हमला कर दिया। इसी दौरान स्वाति आ गई और उसने आशा को पकड़ने का प्रयास किया। पकड़े जाने की डर से आशा ने अपने पेट में चाकू से दो वार कर लिए।
सूचना पर सुशील घर पहुंचा और दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उपचार के दौरान वरुण की देर रात मौत हो गई। आशा की हालत नाजुक बनी हुई है। उसे निजी अस्पताल से दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल रेफर कर दिया गया है।
पुलिस अनिता की शिकायत पर हत्या, हत्या का प्रयास और खुदकुशी के प्रयास का मामला दर्ज कर जांच कर रही है। आशा को दो दिन पहले ही सुशील ने काम से निकाल दिया था।
http://www.amarujala.com/news/crime-bureau/woman-killed-her-employer-s-son-in-delhi/
नाकाम होने के बाद उसने खुद को चाकू मारकर खुदकुशी का प्रयास किया। उसे जख्मी हालत में दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी हालत नाजुक बनी हुई है।
पुलिस के अनुसार, सुशील गुप्ता सपरिवार अंबिका विहार में रहता है। उसके परिवार में पत्नी अनिता, बेटी स्वाति और बेटा वरुण (25) था। सुशील सुंदर विहार में प्रॉपर्टी का काम करता है।
मंगलवार रात अनिता अपने बेटे के साथ घर में मौजूद थी। इसी दौरान उसके पति के कार्यालय में कंप्यूटर ऑपरेटर का काम करने वाली आशा (25) उसके घर पर आई।
आशा अनिता से नौकरी से निकाले जाने और वेतन के रुपए नहीं दिए जाने पर नाराजगी जता रही थी। अनिता ने कार्यालय की बात कार्यालय में पति से करने की बात कही और उसे काफी समझाया।
कुछ देर बाद अनिता उसके लिए चाय बनाने के लिए रसोई में चली गई। इसी दौरान बेटे वरुण की चीख सुनकर वह पीछे मुड़ी। उसने आशा के हाथ में चाकू था और पास ही वरुण लहूलुहान अवस्था में पेट पकड़कर बैठा हुआ था।
'पूरे परिवार को खत्म कर देगी'
आशा ने कहा कि वह आज पूरे परिवार को खत्म कर देगी और अनिता पर चाकू से हमला कर दिया। इसी दौरान स्वाति आ गई और उसने आशा को पकड़ने का प्रयास किया। पकड़े जाने की डर से आशा ने अपने पेट में चाकू से दो वार कर लिए।
सूचना पर सुशील घर पहुंचा और दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उपचार के दौरान वरुण की देर रात मौत हो गई। आशा की हालत नाजुक बनी हुई है। उसे निजी अस्पताल से दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल रेफर कर दिया गया है।
पुलिस अनिता की शिकायत पर हत्या, हत्या का प्रयास और खुदकुशी के प्रयास का मामला दर्ज कर जांच कर रही है। आशा को दो दिन पहले ही सुशील ने काम से निकाल दिया था।
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